उज्जैन / पंकज शर्मा पत्रकार

महाकाल का न्याय और महाकाल लोक
बाबा के दरबार में देर हैं पर अंधेर नहीं, 


भगवान की लाठी में आवाज नहीं पर जिसे पड़ती हैं, वहा सब कुछ भूल सा जाता है, बस उसके गुनाह याद आते रहते हैं, ऐसा ही नजारा कल की घटना के बात दिखाई दिया जहा एक और हमारे प्रधानमंत्री मोदी देश को नई संसद दे रहे थे ,वही देश का सबसे बड़ा कोरिटोर अपनी आभा  खोता जा रहा था ।

महाकाल कोरिटोर में कई स्थापित माएं खंडित हो गई, सबसे जाता सप्त ऋषि की प्रतिमावओ पर असर दिखाई दिया ।

देश में चर्चा का विषय बना हवा है जानकर अपने अपने तर्क दिए जा रहे हे वही मंदिर के गुरु के अनुसार ये महाकाल बाबा का न्याय है, बाबा ने अभी टेलर दिखाया ही नही समझे तो पूरी फिल्म देखना पड़ेगी, पूरे देश में घटिया काम पर प्रशन चिन्ह लगाया जा रहा है, इतना पैसा खर्चा करने के बात भी बतनामी का सामना करना पड़े तो प्रशन तो खड़े होगे ही...


सप्त ऋषि में से 6 ऋषि उठ कर मंदिर में आ गए एक महाराज तपसिया कर रहे हे, बहुत जल्द वहा भी अपने जगह पहुज जायेगे ।

 

 

वेदों पुराणों में मंत्रो में स्पष्ट है कि जब हम संकल्प करवाते हैं बताते हैं कि महाकाल वन शक्तिपीठ का उल्लेख कर संकल्प कराया जाता है जब महाकाल वन का नाम घोषित हो रहा था तो एकाएक महाकाल लोग नाम कहां से प्रकट हो गया बाबा महाकाल ने तो महाकाल वन का निर्माण करवाया था तो फिर 1:00 से लोग कैसे हो गया कुर्सी पर बैठने वाले ऐसी धारकों को ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए महाकाल वन से महाकाल लोग को स्थापित किया गया वेदों पुराना में स्पष्ट मंत्रों के माध्यम से बताया गया है कि महाकाल वन अति प्राचीन है और महाकाल वन की स्थापना माता पार्वती की इच्छा से महादेव ने करवाई थी ठीक इसी प्रकार सरकार  चलाने वालों मैं अपनों को खुश करने के लिए महाकाल वन से महाकाल लोग स्थापित करवा दिया गया अब यह बाबा का न्याय ही है कि छोटी सी आंधी में सब की कलाई खोल दी गई इन भ्रष्टाचारियों ने सोचा भी नहीं था कि इतनी जल्दी छोटा सा तूफानी इनकी सारी करतूतों को जन्म जागृत कर देगा और पूरे महाकाल लोग की प्रसिद्धि और निर्माण पर ही प्रश्नवाचक चिन्ह खड़े कर देंगे अब तो निर्माण से लेकर सभी प्रमुख विषयों पर जांच बैठाना चाहिए तभी तो इन भ्रष्टाचारियों की पोल उजागर होगी और इन के काले कारनामे मीडिया के माध्यम से जन जन तक पहुंचाया जाएंगे बड़े और वरिष्ठ अधिकारी और सभी राजनेता इस विषय पर मौन है निर्माण में की जाने वाली धांधली उजाकर होगी और कई अधिकारी जेल यात्रा पर जायेगे। 

 

अभी तो बीजेपी के गले की फांस बन गई है, अधिकतर नेता अब बाबा के दर्शन करने से कन्नी काट लेगे, मीडिया के प्रश्नों के उत्तर क्या देगे ।


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