महाकालेश्वर दर्शन : वह सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं : news bulletin
उज्जैन / लोकेशनक
पंकजशर्मा पत्रकार
महाकालेश्वर दर्शन : वह सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं
भस्मआरती : इसके लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन अनुमति दी जाएगी। बिना अनुमति वाले चलित भस्मआरती कर सकेंगे।
गर्भगृह में प्रवेश : 4 जुलाई से 11 सितंबर तक 70 दिन बंद रहेगा। इस दौरान केवल पंडे-पुजारी ही पूजन कर सकेंगे।
शीघ्र दर्शन : 250 रुपए की टिकट लेकर। इसे ऑनलाइन मंदिर की वेबसाइट से प्राप्त किया जा सकता है।
नंदी हाॅल से दर्शन : केवल प्रोटोकॉल यानी विशेष अनुमति प्राप्त लोगांें को। आरती के दौरान इसमें संख्या सीमित रहेगी।
कावड़ यात्रियों का प्रवेश : मंगलवार से शुक्रवार तक जलाभिषेक कर सकेंगे। अन्य दिनों में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
सामान्य दर्शनार्थी : महाकाल लोक से प्रवेश कर नए फैसेलिटी-2 से होकर पुराने फैसेलिटी से होकर नई टनल अथवा टनल की छत से कार्तिकेय मंडपम् पहुंचेंगे।
250 रुपए : बड़े गणेश मंदिर के सामने से चार नंबर गेट से होकर विश्रामधाम से सभामंडप होकर बैरिकेड्स से दर्शन के बाद निर्गम कराया जाएगा।
वीआईपी : वीआईपी को गेट नंबर एक यानी महाकाल प्रशासनिक कार्यालय के सामने से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
वीवीआईपी : अतिविशिष्ट लोगों को निर्माल्य गेट से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
नियमित : गेट नंबर चार से विश्रामधाम से सभामंडप होकर बैरिकेड्स से दर्शन करवाए जाएंगे।
हरिओम जल : भस्मआरती के पहले नियमित रूप से आने वाले श्रद्धालु यह जल चढ़ा सकेंगे।
वाहनाें के लिए पार्किंग
इंदौर-देवास से आने वाले : कार्तिक मेला मैदान, नृसिंह घाट के सामने।
आगर-मक्सी से आने वाले : छत्री चौक मल्टीलेवल पार्किंग।
बड़नगर-उन्हेल से आने वाले : कर्कराज मंदिर के साथ भील समाज की धर्मशाला।
जूता स्टैंड : चारधाम, महाकाल प्रशासनिक भवन के सामने, बड़ा गणेश के सामने।
मोबाइल लॉकर : सभी जूता स्टैंड के पास।
लड्डू प्रसाद : बड़ा गणेश मंदिर के पास, हरसिद्धि, चारधाम मंदिर, महाकाल प्रशासनिक कार्यालय के पास।
शीघ्र दर्शन रसीद यहां से मिलेंगे : प्रोटोकॉल ऑफिस, गेट नंबर 1, 4 और ऑनलाइन।
यह तीन चुनौतियां :
1. निर्माण कार्य के बीच सुलभ दर्शन।
2. बारिश से बचने के उपाय।
3. जगह-जगह बैरिकेड्स से मार्ग बंद।
रुद्र यंत्र की सफाई शुरू
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में श्रावण-भादौ माह के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। गर्भगृह में गुरुवार से सफाई का काम शुरू हो गया है। चांदी के रुद्र यंत्र की सफाई होने तक दोपहर में गर्भगृह में श्रद्धालु के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह व्यवस्था दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक रहेगी। सफाई का काम दिल्ली के भक्त सुशील कुमार नि:शुल्क करवा रहे हैं।