नोएडा में पकड़ा गया सट्टे का बड़ा नेटवर्क, दुबई से हो रहा था ऑपरेट..
नोएडा । महादेव बुक एप से आनलाइन सट्टा खेलने वाले 16 आरोपितों को सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार है। आरोपितों की पहचान अरुण लखेरा, राहुल, अभिषेक, आकाश साहू, हिमांशु, अनुराग वर्मा, विवेक, दीपक, विशाल शर्मा, अभि रावत, दिव्य प्रकाश, हर्षित चौरसिया, अक्षय तिवारी, नीरज गुप्ता, आकाश जोशी, दीपक के रूप में हुई है।सेक्टर-39 कोतवाली क्षेत्र के एक किराए के फ्लैट में आनलाइन सट्टे का धंधा संचालित हो रहा था। इसके तार दुबई से जुड़े मिले हैं लिंक। पुलिस को आरोपित के पास चार अरब का सट्टे का ट्रांजेक्शन मिला है। डेढ़ करोड़ रुपये फ्रीज कराए गए है। 22 खातों में मिली डेढ़ करोड़ की रकम फ्रीज कराई गई है।
60 से अधिक बैंक खातों की भी जानकारी मिली है। महादेव आनलाइन ऐप सट्टा का संचालक सौरभ चंद्राकर दुर्ग का ही रहने वाला है, जो कि दुबई में बैठकर पूरे काम को मानिटर करता है। पुलिस का कहना है कि इंटरनेशनल गेमिंग बेटिंग साइट का भंडाफोड़ किया है। आरोपित के तार कंपनी से जुड़े तार हो सकते हैं। बैटिंग का मास्टर माइंड सौरभ लट्ठा दुबई में बैठा हुआ है। 60 के करीब अकाउंट पुलिस के हाथ लगे हैं।350 करोड़ से ज्यादा का हुआ ट्रांजेक्शन हुआ है। पुलिस को आरोपित के पास से 100 मोबाइल फोन, लैपटाप, इलेक्ट्रानिक गैजेट्स, एटीएम कार्ड्स, सिम बरामद और डेढ़ करोड़ रुपये खाते में सीज किए हैं। दुबई से ट्रेनिंग लेकर आए आरोपित आए थे। लालच देकर आरोपित ठगी करते थे। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की धारा 420, 467, 468, 469, 471, 120बी, 66 आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
किरकिरी के बाद बैकफुट पर आई पुलिस ने खूफिया तंत्र की सूचना और सर्विलांस के आधार पर सट्टेबाजी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने भी करीब चार दिन पहले महादेव एप पर सट्टा खिलाने वाले नौ आरोपितों को बीते दिन ग्रेटर नोएडा में एलेस्टोनिया अपार्टमेंट के 9वी मंजिल पर दबिश देकर गिरफ्तार किया था।पकड़े गए आरोपितों की पहचान में भाटापारा के लोकेश कलवानी, भिलाई के अभिषेक सिंह, जामुल के विशाल कुशवाहा, छावनी के अंकुश वर्मा, सुपेला के आकाश साहू, वैशाली नगर के अंकित कनौजिया, बिलासपुर के वैभव सिंह, भिलाई के शुभम राव और खुर्सीपार के डी आशीष के रूप में हुई थी।। आरोपित अंकित कनार्टक के नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग का छात्र था। ये ब्रांच लायन बुक 15 के कोड नाम से चल रहा था।
गौरतलब है कि पिछले 9 महीनों से लगातार छत्तीसगढ़ की पुलिस महादेव आनलाइन सट्टा के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अब तक 125 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पिछले 9 महीने के अंदर जितने भी रिकॉर्ड सामने आए हैं उनमें करोड़ों रुपए के लेन-देन की बात सामने आ रही है, जो मनी लॉन्ड्रिंग का एक बड़ा हिस्सा है। आरोपित के पास तीन लैपटाप, 15 एंड्राइड मोबाइल फोन, 50 से ज्यादा बैंकों के पासबुक और चेक बुक एटीएम सहित 15 से ज्यादा मोबाइल के सिम मिले थे।वहीं पिछले कई महीनों में 10 करोड़ से ज्यादा का बैंक ट्रांजैक्शन भी मिला था। इसके बाद नोएडा पुलिस ने भी सख्ती अख्तियार की। रकम का लेनदेन करने वाले बैंक अकाउंट को भी फ्रिज किया जा चुका है। महादेव आनलाइन सट्टा एप को लेकर पुलिस संवेदनशील नजर आ रही है। नोएडा पुलिस के बाद ईडी, एनआइए भी नोएडा पुलिस से संपर्क कर सकती है। इस मामले में सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने सोसायटी के मेंटनेंस मैनेजर की शिकायत पर दुर्ग पुलिस के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया है। इसके बाद फिर से नोएडा पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस की के बीच टकराव की स्थिति बनी है।