मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का काम सोमवार से विद्युत विभाग द्वारा शुरू कर दिया गया। पहले सभी ट्रांसफार्मरों में इसे लगाया जाएगा। उसके बाद जनपद के लगभग 2.26 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगेगा। इससे जहां बिजली चोरी रुकेगी, वहीं विभाग को बिल का भुगतान भी पहले हो जाएगा। इससे बकाया का झंझट भी लगभग समाप्त हो जाएगा।

जिले में लगभग 2.26 लाख बिजली के उपभोक्ता हैं। अभी इन उपभोक्ताओं के घरों में पुराने मीटर ही लगे हैं। इससे बिजली चोरी भी होती है। साथ ही बिजली बिल के लिए विभाग की ओर से चयनित एजेंसियों के कर्मचारियों को घर-घर जाना पड़ता है। बहरहाल, दो दिन पहले समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्मार्ट मीटर को आज के उपभोक्ताओं की जरूरत बताया। इसके बाद विभाग भी सक्रिय हो गया।

जिले भर के वितरण ट्रांसफार्मरों में लगेंगे स्मार्ट मीटर

सोमवार को मंझनपुर में पुरानी पीएचसी के पास लगे 63 केवीए के ट्रांसफार्मर से स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत कर दी गई। मंगलवार से इस काम में तेजी आ गई। पहले जिले भर के वितरण (डिस्ट्रीब्यूशन) ट्रांसफार्मरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, इससे यह पता चल जाएगा कि किस ट्रांसफार्मर से कितने उपभाेक्ता जुड़े हैं।

जितनी यूनिट कराएंगे रिचार्ज उतना इस्तेमाल कर सकेंगे बिजली

जब उपभोक्ताओं के घरों में भी स्मार्ट मीटर लग जाएगा तो विभाग को यह भी जानकारी हो सकेगी, कि ट्रांसफार्मर की क्षमता से अधिक बिजली का उपभोग उससे जुड़े उपभोक्ता तो नहीं कर रहे हैं। अगर कर रहे हैं तो तत्काल चोरी पकड़ ली जाएगी और फिर उस पर नियंत्रण किया जा सकेगा। यही नहीं, स्मार्ट मीटर के लग जाने पर उपभोक्ताओं को उसे पहले रिचार्ज कराना होगा।

जितनी यूनिट बिजली का रिचार्ज कराया गया होगा, उतना उपभोग करने पर बिजली अपने आप कट जाएगी। हालांकि, रिचार्ज समाप्त होने के लिए उपभोक्ताओं के मोबाइल पर पहले से मैसेज भी जाएगा और मीटर में लगा एलार्मिंग सिस्टम आगाह भी करेगा।

उपभोक्ताओं को नहीं देना होगा अतिरिक्त खर्च

मंझनपुर उपकेंद्र के अवर अभियंता चंद्रिका मौर्या का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के लिए उपभोक्ताओं को अतिरिक्त खर्च नहीं देना होगा। स्मार्ट मीटर और आर्मर केबिल विभाग खुद लगाएगा।

अगले साल तक घरों में भी लग जाएगा

अधीक्षण अभियंता प्रमाेद अग्निहोत्री का कहना है कि इस काम में लगभग डेढ़ साल लगेगा। 2025 तक सभी उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लग जाएगा। वहीं, अधिशासी अभियंता अंकित कुमार ने बताया कि इससे उपभोक्ताओं को बिल लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जबकि विभाग को मैसेज के माध्यम से बिल मिलने की जानकारी स्वत: हो जाएगी।

...तो बिलिंग एजेंसियों के कर्मचारियों का काम हो जाएगा खत्म

स्मार्ट मीटर के लग जाने पर धीरे-धीरे कर बिलिंग एजेंसियों के कर्मचारियों का काम भी खत्म हो जाएगा, क्योंकि जब उपभोक्ता अपने मीटर का रिचार्ज पहले से करा लेगा तो बिलिंग कर्मचारियों का क्या काम रह जाएगा।