सोने और चांदी का आयात घटा...
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए जानकारी के अक्टूबर महीने में दोनों धातुओं का इंपोर्ट घट गया है।पीली धातु का आयात अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 17।38 फीसदी की गिरावट के साथ करीब 24 अरब डॉलर हो गया है। मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, ऐसा मांग में गिरावट आने की वजह से हुआ है।मंत्रालय ने बताया कि सोने का आयात पिछले साल की समान अवधि में 29 अरब डॉलर रहा था।
सोने और ज्वैलरी का निर्यात बढ़ा
चांदी का आयात 34.80 फीसदी गिरकर 585 मिलियन डॉलर हो गया है। हालांकि, कुल आयात अप्रैल-अक्टूबर 2021-22 के 1.52 अरब डॉलर से बढ़कर 4.8 अरब डॉलर हो गया है। अप्रैल-अक्टूबर 2022 के लिए मर्चेंडाइज ट्रेड डेफिसिट 173.46 अरब डॉलर रहा है। यह पिछले साल की समान अवधि में यह 94.16 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, सोने और ज्वैलरी का निर्यात 1.81 फीसदी की थोड़ी बढ़ोतरी के साथ 24 अरब डॉलर हो गया है।
इंडस्ट्री के जानकारों के मुताबिक, मांग जनवरी 2023 में बढ़ना शुरू होगी। इस महीने केंद्र ने सोने और चांदी का बेस इंपोर्ट बढ़ गया है। क्योंकि वैश्विक बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है। सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक, किसी भी फॉर्म में सोना 570 प्रति 10 ग्राम में लिया जा सकता है। इसमें यह भी कहा गया है कि किसी भी फॉर्म में चांदी को 702 प्रति किलोग्राम में लिया जा सकता है।
हालांकि, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने अनुमान जताया था कि अक्टूबर से दिसंबर में सोने की खपत एक साल पहले के मुकाबले करीब 25 फीसदी गिर गई है। क्योंकि महंगाई से ग्रामीण इलाकों में मांग घटी है।वहीं, बीते एक महीने की बात करें तो निवेशकों को गोल्ड से प्रति 10 ग्राम पर करीब 2 हजार रुपये का फायदा हो चुका है। आंकड़ों के अनुसार 26 अक्टूबर को वायदा बाजार में 50,687 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुए थे। जबकि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सोना 52,544 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गए हैं। इस दौरान निवेशकों को 1,857 रुपये प्रति दस ग्राम का फायदा हो चुका है। वैसे बीते एक सप्ताह में सोना फ्लैट लेवल पर ही रहा है। इस सप्ताह में सोना 53 हजार रुपये के करीब भी पहुंचा था। दूसरी ओर, चांदी से निवेशकों को बीते एक महीने में 3,500 रुपये प्रति किलोग्राम का फायदा हो चुका है।