जयपुर । कोरोना गाइडलाइन की अनुपालना में स्थानीय निकायों को दिए गए निर्देशों में आम आवाम् से कोरोना आपको नहीं सताये के लिए बचाव के कई उपाय जारी किए गए थे जिनमें राजस्थान के दर्जनों निकाय नियमों की अनुपालना कराने में पिछड़ रहे है स्वायत्त शासन विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन को अक्षरसा अनुपालना के लिए कहा गया है।
सरकार ने सभी निकायों को कोरोना काल में जागरुकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए थे। इसके तहत शहरों में ई—रिक्शा व अन्य माध्यमों से कोरोना से बचने के उपाय का प्रचार—प्रसार करने के साथ ही सफाई में लगे हूपर से भी जनचेतना कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही वैक्सीनेशन कैम्प में दो गज की दूरी का पालन, पम्पलेट वितरण के द्वारा कोरोना से बचने के उपाय बताए जाने थे, लेकिन 62 निकाय यह काम नहीं कर रहे हैं। जिसकी लगातार सरकार को शिकायत मिल रही थी। छोटे निकायों के साथ इस श्रेणी में भरतपुर, बीकानेर, जोधपुर उत्तर जैसे बड़े निकाय भी यह काम करने में कोताही बरत रहे थे। जिस पर सरकार ने नियमित रूप से कोरोना से बचने के उपाय के लिए ड्राइव चलाने और इसकी जानकारी अपलोड करने के निर्देश् दिए गए हैं ताकि निकायों की परफोरमेंस सुधर सके। प्रदेश के ज्यादातर निकायों में कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। कर्मचारी ना मास्क लगा रहे हैं और ना ही आने वाले लोगों को मास्क लगाने की हिदायत दी जा रही है। ऐसे में निकायों को कोरोना गाइडलाइन की पालना करने के भी निर्देश दिए गए हैं।