छतीसगढ़ के बीजापुर जिले के पामेड़ में देर रात माओवादियों ने पुल निर्माण में लगी स्वाइल टेस्टिंग मशीन को आग के हवाले कर दिया। वारदात को अंजाम देते ही जवानों द्वारा किए गए पैरालाइट फायर से माओवादी घटना स्थल से भाग खड़े हुए। चिंतावागु नदी पर पुलिया निर्माण का नक्सली विरोध कर रहे हैं। जिस इलाके में यह घटना हुई है वह नक्सलियों का कोर जोन माना जाता है। बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूर पामेड़ में चिंतावागु नदी पर कुछ दिनों पूर्व ही पुल निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। काम अभी शुरुआती स्तर पर होने की वजह से नदी के किनारे स्वाइल टेस्टिंग के लिए मशीन लगाई गई थी। नदी के दूसरे छोर पर सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं, जहां काम खत्म होने पर मशीनों को सुरक्षा की दृष्टि से रखा जाता है। बीती रात स्वाइल टेस्टिंग मशीन को निर्माण स्थल पर ही छोड़ दिया गया था। माओवादियों द्वारा सड़क व पुल निर्माण का विरोध किया जाता रहा है। ऐसे में चिंतावागु नदी पर बन रहे पुल से भी माओवादियों को काफी दिक्कतें हैं, जिसकी वजह से निर्माण कार्य को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। 

स्वाइल टेस्टिंग मशीन पूरी तरह से लोहे की बनी हुई है और उस पर सुखी घांस डालकर माओवादियों के मिलिशिया सदस्यों द्वारा आग लगाई गई है। मशीन को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। मशीन में आग लगाते देख दूसरी छोर पर स्थित सुरक्षा कैंप से पैरालाइट फायर की गई, जिससे इलाके में तेज रौशनी हो गई। इसके बाद माओवादियों की स्मॉल एक्शन टीम मौके से भाग खड़ी हुई। जवानों की सर्चिंग बढ़ा दी गई है और पुल निर्माण का कार्य यथावत जारी है।