एक बार भाजपा, एक बार कांग्रेस के मिथक को तोडऩा होगा-पायलट
जयपुर । गहलोत की तीसरी सरकार में पूर्व डिप्टी सीएम और करीब साढे छह वर्ष तक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहें सचिन पायलट ने मीडिया से चर्चा में कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार को फिर एक बार लाने के लिए मेहनत करने की जरूरत है तभी एक बार कांग्रेस, एक बार भाजपा के मिथक को तोड़ा जा सकेगा। उन्होने कहा कि कभी 30 साल से यही रूटीन चला आ रहा है जिसे तोडना मेरी प्राथमिकता में सर्वोपरि होगा।
पायलट ने इशारों से ही ना लिए बिना विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पद कितना ही बड़ा हो अगर लोगों में आपका समर्थन नहीं आप लोगों में जज्बात पैदा नहीं कर पाते तो उस पद का कोई लाभ नहीं मै तो जनता को ही अपना माई बाप मानता हूं इसके साथ ही उन्होने राजनैतिक नियुक्तियों के बारे में कहा कि समय रूकता नहीं है इसलिए नियुक्तियों में देरी होना पार्टी के लिए प्रश्नवाचक बनता जा रहा है। उन्होने अलवर पीडिता दुष्कर्म के बारे में भी कहा कि इसकी तत्काल जांच होनी चाहिए सरकार जल्द दोषियों को सजा दिलवाने का प्रावधान करें ऐसे मामलों में देरी ठीक नहीं उन्होने कहा कि राजस्थान में 22 महीने बाद चुनाव के बीच कांग्रेस को फिर जाना है और इन पांच सालों में कांग्रेस अपने सरकार को अपने काम के आधार पर उस मिथक को तोडना होगा जो जनता के बीच एक बार कांग्रेस, एक बार भाजपा सरकार का चल रहा है पिछले कई कार्यकाल से यही देखने में आया है। पायलट ने कहा कि पिछले नगरपालिका, पंचायत चुनावों में कांग्रेस को सफलता जरूर मिली है इस सच्चाई को भी नहीं झुठलाया जा सकता कई जगह बीजेपी को भी सफलता हाथ लगी है जहां बीजेपी को सफलता मिली है वहां पार्टी को और अधिक मेहनत करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि भले ही मै सरकार में नहीं हूं मगर मेरे सुझावों पर पार्टी आलाकमान ने ध्यान दिया है जिसके चलते कैबिनेट में पहले एक भी दलित मंत्री नहीं था पहली बार तीन तीन दलित कैबिनेट मंत्री बनाये गए राजनैतिक नियुक्तियों में भी हमे उन पार्टी कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देना चाहिए जिनकी मेहनत से भाजपा को हम सत्ता से उतार सके अब जल्दी ही ऐसे कार्यकर्ताओं को सत्ता में भागीदारी देना सुनिश्चित किया जाना चाहिए क्योंकि हमे 22 महीने बाद चुनाव में फिर जाना है और एक बार भाजपा, एक बार कांग्रेस के मिथक को तोडऩा है।