जयपुर । राजस्थान के सैकड़ों गांवों के ग्रामीण अब साइबर ठगों का सॉफ्ट टारगेट बन गए हैं। ये ठग इतने शातिर हैं कि किसान सम्मान निधि जैसी सरकारी स्कीम, पेंसिल पैकिंग, लॉटरी खुलने के झांसे में लेकर ग्रामीणों को ठग रहे हैं। राजस्थान गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2023 के बीच प्रदेश में साइबर ठगी के  4,567 मामले दर्ज थे जिनमें से जयपुर और जोधपुर के लोग सबसे ज्यादा ठगी का शिकार हुए हैं। इनमें जयपुर में ठगी के 906 और जोधपुर में 516 मामले दर्ज हुए थे। अकेले जोधपुर ग्रामीण में बीते छह माह में साइबर ठगी की 837 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। यह ठगी एक करोड़ से ज्यादा की है। जिसमें साइबर सेल ने 20 लाख 31 हजार 576 रुपए पीड़ितों को रिफंड करवाए हैं। वहीं 6 माह में 41 लाख 68 हजार 659 रुपए होल्ड करवाए हैं। जोधपुर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने कहा कि यह आंकड़ा चौंकाने वाला है। शहरों में अवेयरनेस बढ़ने के बाद साइबर ठगों ने अब ग्रामीणों-किसानों को सॉफ्ट टारगेट बना लिया है। किसानों को साइबर ठग सरकारी स्कीम का लाभ दिलाने के नाम पर झांसे में ले रहे हैं। कई रिटायर्ड पुलिसकर्मी भी इसका शिकार हो चुके हैं।