सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुजेहना में हुई नवजात की मौत के मामले की दोबारा जांच शुरू हो गई है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के आदेश पर तीन सदस्यीय कमेटी ने मामले की नए सिरे से जांच शुरू कर दी  है। कमेटी ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही पीड़ित परिवार के बयान लिए हैं।ग्राम पंचायत रुद्रगढ़नौसी की सायरा बानो को प्रसव के लिए 27 अगस्त को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। रात सवा एक बजे सायरा ने मृत नवजात को जन्म दिया।स्वजन के मुताबिक, नवजात की हालत ठीक न होने पर उसे आक्सीजन लगाया गया था।सुबह स्वास्थ्य कर्मियों ने नवजात के मृत्यु होने की जानकारी स्वजन मुहम्मद हारुन को दी।स्वजन के मुताबिक, नवजात का चेहरा कटा हुआ था। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से नवजात की मौत व जंगली जानवर के काटने का आरोप लगाते हुए हारुन ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। डिप्टी सीएम के आदेश पर मामले की जांच कराई गई थी। जांच में नवजात के मृत पैदा होने व स्वास्थ्य कर्मियों के नवजात के शव को प्रसूता की जेठानी अनवरी को लिखित रूप से रात में ही सिपुर्द करने का दावा किया गया था।