करीब 20 दिनों तक चले ऑपरेशन के बाद इंस्पेक्टर वीरेंद सिंह की टीम ने रेड लाइट, रोड नंबर 316, मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र, पेट्रोल पंप के पास डीटीसी बस टर्मिनल के पास घेराबंदी कर अखिल दास को गिरफ्तार कर लिया। 

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले महिला समेत दो आरोपी आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी अखिल दास और महिला मीना के कब्जे से बढ़िया गुणवत्ता वाली 1.2 किलो हेरोइन बरामद की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद हेरोइन की कीमत करीब दो करोड़ रुपये बताई जा रही है। ड्रग सप्लायर अखिल दास के खिलाफ पहले एनडीपीएस के तीन और एक बलात्कार का मामला दर्ज है।

अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय भाटिया के अनुसार शाखा की साइबर सेल में तैनात इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह की देखरेख में एसआई सतवंत सिंह, एएसआई संजय, हवलदार परनाम और महिला सिपाही शिखा सिंह की टीम की टीम को जांच में पता लगा कि मादक पदार्थ तस्कर स्थानीय लोगों के साथ-साथ क्षेत्र में आने वाले विदेशी नागरिकों को भी निशाना बना रहे हैं। इससे भारत की छवि खराब हो रही है। 

करीब 20 दिनों तक चले ऑपरेशन के बाद इंस्पेक्टर वीरेंद सिंह की टीम ने रेड लाइट, रोड नंबर 316, मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र, पेट्रोल पंप के पास डीटीसी बस टर्मिनल के पास घेराबंदी कर अखिल दास को गिरफ्तार कर लिया। इसकी निशानदेही पर एक महिला सप्लायर शंकर विहार, लोनी, यूपी निवासी मीना को भी गिरफ्तार कर लिया।

इनके कब्जे से एक हुंडई एक्सेंट कार बरामद की गई, जिसका इस्तेमाल दिल्ली/एनसीआर के क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी के लिए किया जाता था। पूछताछ के दौरान आरोपी मीना ने खुलासा किया कि वह मंगोलपुरी निवासी कल्लू नामक व्यक्ति से मादक पदार्थ खरीदती थी। उसका पति आदतन नशे का आदी है। वह अपने पति के माध्यम से कल्लू से मिली और बाद में अन्य ड्रग तस्करों को ड्रग की आपूर्ति करने लगी। अखिल दास को नशे की लत लग गई। इस कारण ये मादक पदार्थों की तस्करी करने लगा।