चित्तौड़गढ़। गिलुंड स्कूल में दो दिन पहले पोषाहार विभाग में हुई छात्रवृत्ति बैठक के संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा की गई जांच पूरी हो गई है। तीन सदस्यीय समिति की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि प्रक्रिया के दौरान कोई अनियमितता नहीं हुई। यह पाया गया कि परिवहन के दौरान अन्यत्र मलबा गिरा था, जो बाद में राज्य में पहुंच गया।

पोषाहार विभाग में मृतक व्यक्ति के संबंध में सूचना एमकॉम प्रभारी और नामित सदस्य को दी गई। जिला मजिस्ट्रेट आलोक रानन ने जांच का आदेश दिया, जिसे तीन राजपत्रित अधिकारियों की समिति ने अंजाम दिया।

चित्तौड़गढ़ के मुख्य ब्लॉक अधिकारी ने रिपोर्ट प्रस्तुत की है। जांच में पता चला कि नामांकन के आंकड़ों के आधार पर स्कूलों को पोषाहार कंटेनर आवंटित किए जाते हैं, जिनके वितरण की जिम्मेदारी परिवहन कर्मियों की होती है। ये परिवहन कर्मचारी नियमित रूप से कंटेनर के डिब्बों को खोलकर दिए गए पोषाहार की मात्रा की जांच करते हैं।

रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि पश्चिमी पोषाहार क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण समस्या नहीं पाई गई; किसी भी तरह की क्षति परिवहन दुर्घटनाओं के कारण हुई। चित्तौड़गढ़ में अक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रबंधक ने पुष्टि की कि रसोई का संचालन स्वच्छता और सेवा के उच्च मानकों के साथ किया जाता है, तथा स्वच्छता और उपकरणों के उचित संचालन के महत्व पर जोर दिया जाता है।