नई दिल्ली । राजधानी में जब-जब तापमान में बढ़ोतरी हुई है तो मतदान फीसदी में गिरावट आई है। दिल्ली में नौ लोकसभा चुनावों में मतदान राष्ट्रीय औसत से कम रहा है। ऐसे में इस बार दिल्ली में मतदान बढ़ा पाना मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि मतदान के दौरान भीषण गर्मी होने के आसार हैं। हालांकि, मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई तरह की सुविधाएं लोगों को मिलेंगी। दिल्ली में मई में जब भी चुनाव हुए तो मतदान कम हुआ। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 10 अप्रैल को मतदान हुआ था तो 65.10 प्रतिशत रहा था। बीते लोकसभा चुनाव में 12 मई को मतदान हुआ था तो दिल्ली में 60.6 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो वर्ष 2019 के मुकाबले साढ़े चार प्रतिशत कम था। इसके पहले मई में हुए चुनावों में मतदान और भी कम रहा था। इस बार दिल्ली में 25 मई को मतदान है और बीते चुनाव के मुकाबले 7 डिग्री सेल्सियस तापमान अधिक रहने के आसार हैं। दिल्ली में शुक्रवार से लू चलने से लोग घरों से निकलने में बच रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 25 मई को सफदरजंग इलाके में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। वहीं, पीतमपुरा, नजफगढ़, पूसा आदि में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आयोग की ओर से मतदान केंद्रों पर शीतल पेयजल, पंखे, बैठने के लिए बेंच, शेल्टर, शेड आदि का इंतजाम किया गया है। मतदान केंद्र से घर तक जाने के लिए मुफ्त में बाइक टैक्सी का भी इंतजाम किया गया है।