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पंकज शर्मा की कलम से

 मध्य प्रदेश  बिजली विभाग का एक ओर कारनामा 

लगातार आम जनता को परेशान कर रही है विजली विभाग उपभोक्त परेशान है जाये तो किस के पास जाये कौन करवाया का परेशानी से छुटकारा

 शहर में बिजली कंपनी के अजीबो-गरीब कारनामें दिन प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। कोरोनाकाल में बिजली के बिल लोगों को जबर्दस्त झटके दे रहे हैं। इसे बिजली विभाग की लापरवाही कहे या मीटर री डर की कारस्तानी कि कनेक्शन कटवाने के तीन साल बाद एक उपभोक्ता को २९ हजार रुपए से ज्यादा का बिजली बिल थमाया गया।
उपभोक्ता मनीष शर्मा ने बताया कि करीब तीन साल पहले महामंगल सिटी कॉलोनी स्थित प्लॉट पर कुछ काम होने की वजह से उन्होंने बिजली का कनेक्शन लिया, जिसका बिल उनके द्वारा लगातार भरा गया, लेकिन बाद में उपयोग नहीं होने की वजह से उन्होंने आवेदन देकर उक्त बिजली कनेक्शन को कटवा दिया।

कनेक्शन कटवाने के लिए उन्होंने बकाया संबंधित जोन कार्यालय में आवेदन दिया, जिसकी पावती भी दी गई, लेकिन करीब तीन साल बाद अब उसी कटे हुए मीटर का बिल 29 हजार ५५२ रुपए आया है। अभी विभाग में मौखिक शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। विद्युत विभाग की गलतियों का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।

कभी रीडिंग तो कभी जीरो यूनिट के बिल
अभिषेक नगर के एक उपभोक्ता ने बताया कि कंपनी ने गत वर्ष मई माह में स्मार्ट मीटर लगाया था, तब से बिजली का बिल कुछ तो भी आ रहा है। हालत यह है कि कंपनी द्वारा कभी रीडिंग तो कभी बिना रीडिंग के बिल थमाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के तीन माह तक तो कंपनी ने बिना रीडिंग के बिल भेजे, फिर नवंबर माह में मीटर खपत १०५ यूनिट का बिल दिया, जो दिसंबर में बढ़कर १३२१ यूनिट का हो गया। जबकि उपभोक्ता ने कई बार संबंधित जोन कार्यालय पर इस बारे में शिकायत की, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।