नई दिल्ली किशोरों को टीका लगा या नहीं इस पर शिक्षा निदेशालय भी नजर बनाए हुए है। निदेशालय ने अब न सिर्फ स्कूलों में जाकर इस संबंध में जांच करने का निर्णय लिया है, बल्कि किशोरों के अभिभावकों को भी फोन कर जानकारी जुटाई जाएगी। टीका नहीं लगवाने वाले किशोरों को इसके लिए जागरूक किया जाएगा। इस संबंध में उप शिक्षा निदेशकों को स्कूलों में जाकर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। निदेशालय के मुताबिक सभी उप शिक्षा निदेशकों को नियमित तौर पर टीकाकरण केंद्र पहुंचना होगा और टीकाकरण की प्रक्रिया की भी जांच करनी होगी।

इसके साथ ही अपने क्षेत्र के सभी स्कूलों में पहुंचकर प्रधानाचार्यो द्वारा तैयार किए जा रहे रिकार्ड को भी जांचना होगा। प्रधानाचार्यों और उप शिक्षा निदेशकों को प्रत्येक स्कूल में 80 प्रतिशत से अधिक किशोरों का टीकाकरण सुनिश्चित कराना होगा। सुबह और शाम की पाली के नोडल शिक्षकों को आपस में बेहतर समन्वय बनाना होगा, ताकि 15 से 18 साल के सभी बच्चे सुबह नौ से शाम पांच बजे के बीच टीकाकरण करा लें। इसके अलावा कोविन एप पर पंजीकरण करने में भी छात्रों की सहायता करने के लिए स्कूल प्रबंधन से कहा गया है। इस संबंध में 14 जनवरी को सभी जिले और जोन के उप शिक्षा निदेशकों के साथ समीक्षा बैठक भी की जाएगी।