जयपुर। उदयपुर जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में जिला परिषद सभागार में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर बामणिया के सान्निध्य में हुई। इसमें डिप्टी सीएमएचओ, एडिशनल सीएमएचओ, डीडीडब्ल्यू, एसएमओ डब्ल्यूएचओ, डीपीएम, यूपीएम, बीसीएमओ, बीपीएम, एनसीडी नोडल, डीएनओ और जिले के सभी सीएचसी प्रभारी ने भाग लिया।
सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि बैठक में मौसमी बीमारियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने पोपल्टी जैसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए विशेष सतर्कता बरतने पर जोर दिया। जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को जागृत करने तथा दूषित पानी का ट्रीटमेंट करने की आवश्यकता जताई। गांव में पीने के पानी के सैंपल टेस्ट के लिए भिजवाने, इकट्ठा हुए पानी में एमएलओ और टेमीफ़ोस का छिडक़ाव करने, तथा कहीं भी अनहोनी घटना होने पर तुरंत प्रभाव से जिला स्तर को सूचित करने के भी निर्देश दिए। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल ने बताया कि ई केवाईसी द्वारा बनाए गए आयुष्मान भारत कार्ड बनाने में कोटडा,गोगुंदा और गिर्वा और वितरण में कानोड़, फतेह नगर और खेरवाड़ा की प्रगति कम पाई गई है। इस पर विशेष ज्ञान देने के लिए कहा गया। अन्य क्षेत्रों में वितरण कार्य संतोषजनक पाया गया। आभा आईडी बनाने में गोगुंदा, गिर्वा और नयागांव की कम प्रगति पाई गई इसे सुधारने के निर्देश दिए गए। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी केस बढ़ाने के निर्देश दिए।