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पंकज शर्मा
पत्रकार & चीफ इन एडिटर
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बूढ़ा बैल शायद ये कहानी आपके जीने की सोच बदल दे!

एक दिन एक किसान का बैल कुए में गिर गया। वह बैल घंटों ज़ोर-ज़ोर से रम्हाता रहा और किसान सुनता रहा। किसान विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिऐ और क्या नहीं अंततः किसान ने निर्णय लिया कि चूंकि यह बैल काफी बूढा हो चुका है। अतः उसे बचाने से कोई लाभ होने वाला नहीं है। इसलिए उसे कुए में ही दफना देना चाहिऐ।  किसान ने अपने सभी पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया, सभी ने एक-एक फावड़ा पकड़ा और कुए में मिट्टी डालनी शुरू कर दी।

जैसे ही बैल कि समझ में आया कि ये लोग तो मुझे दफन कर रहे हैं।वह और ज़ोर-ज़ोर से चीख़ चीख़ कर रम्हाने लगा।  लेकिन किसी ने नहीं सुना, फिर अचानक वह आश्चर्यजनक रुप से शांत हो गया।  सब लोग चुपचाप कुए में मिट्टी डालते रहे। तभी किसान ने कुए में झाँका तो वह आश्चर्य से सन्न रह गया। वह बैल अपनी पीठ पर पड़ने वाले हर फावड़े की मिट्टी को अपने शरीर को हिला हिला कर नीचे गिरा देता,उस मिट्टी पर एक-एक कदम चढ़ता जा रहा था।  

जैसे-जैसे किसान तथा उसके पड़ौसी उस पर फावड़ों से मिट्टी गिराते वैसे -वैसे वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को गिरा देता और एक सीढी ऊपर चढ़ आता जल्दी ही सबको आश्चर्यचकित करते हुए वह बैल कुएँ के किनारे पर पहुंच गया । फिर वह कूदकर बाहर भाग गया।   
ध्यान रखें, आपके जीवन में भी बहुत तरह से मिट्टी फेंकी जायेगी। बहुत तरह की गंदगी आप पर उछाली जायेगी। आपको आगे बढ़ने से रोकने के लिए कोई बेकार में ही आपकी आलोचना भी करेगा, कोई आपकी सफलता से ईर्ष्या के कारण आपको बेकार में ही भला बुरा कहेगा।  कोई आपसे आगे निकलने के लिए ऐसे रास्ते अपनाता हुआ दिखेगा जो आपके आदर्शों के विरुद्ध होंगे।  ऐसे में आपको हतोत्साहित हो कर कुएँ में ही नहीं पड़े रहना है। बल्कि साहस और सूझ-बूझ के साथ हर तरह की गंदगी को गिरा देना है। इस बूढ़े बैल से सीख लेकर, ऐसे लोगों को ही सीढ़ी बनाकर,बिना अपने आदर्शों का त्याग किये, अपने कदमों को आगे बढ़ाते जाना है। इस संसार में सकारात्मक सोचें, सकारात्मक रहें, सकारात्मक जीएं!

इस संसार में सबसे बड़ी सम्पत्ति 'बुद्धि' है।
      सबसे अच्छा हथियार 'धैर्य'
      सबसे अच्छी सुरक्षा 'विश्वास' है।
      सबसे बढ़िया दवा 'हँसी' है.। 
 आश्चर्य की बात यह है कि ये सब निशुल्क हैं।

जरूरत सोच बदलने की है,सोच बदलते ही जिंदगी बदल जायेगी।

मीडिया प्रवक्ता टीम से
पंकज शर्मा
पत्रकार