दिल्ली के चर्चित शराब घोटाले में जांच एजेंसी की कार्रवाई लगातार जारी है। अब प्रवर्तन निदेशालय ने इस घोटाले के एक और आरोपी शरथ रेड्डी को गिरफ्तार किया है। शरथ रेड्डी की गिरफ्तारी जांच एजेंसी के लिए एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देखी जा रही है। कहा जा रहा है कि शरथ रेड्डी विजय साईं रेड्डी का करीबी है। बता दें कि शरथ रेड्डी Aurobindo Pharma कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।इस घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रही एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग के संबंध में ही शरथ रेड्डी को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी शरथ रेड्डी के ठिकानों पर पहले छापेमारी कर चुकी है और उनसे दो बार पूछताछ भी कर चुकी है। इस केस में जांच एजेंसी ने अब तक कई अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है।सितंबर के महीने में एजेंसी ने शराब बनाने वाली कंपनी इंडोस्प्रिट के एमडी समीर महेंद्रु को गिरफ्तार किया था।कुछ मीडिया रिपोर्ट में कारोबी शरथ रेड्डी के अलावा एक अन्य कारोबारी विनय बाबू को भी ईडी के द्वारा गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है।

बता दें कि इस चर्चित घोटाले को लेकर जांच एजेंसी लगातार आरोपियों की धर-पकड़ कर रही है।इस बीच मामले के आरोपी दिल्ली के उपमुख्मयंत्री मनीष सिसोदिया के सहयोगी और बिजनेसमैन दिनेश अरोड़ा के सरकारी गवाह बनने की भी खबरें सामने आई हैं। निश्चित है अगर दिनेश अरोड़ा मामले में अंत तक सरकारी गवाह बने रहते हैं तो मनीष सिसोदिया समेत अन्य आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।दिनेश अरोड़ा ने सोमवार को कोर्ट में कहा था कि वो अपनी मर्जी से सरकारी गवाह बन रहे हैं।सीबीआई ने भी कोर्ट को बताया था कि अरोड़ा अपनी मर्जी से सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हैं।

बताया जा रहा है कि सीबीआई ने इस मामले में 17 अगस्त को जो एफआईआर दर्ज की है उसमें कहा गया है कि बड्डी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम के डायरेक्टर अमित अरोड़ा, अर्जुन पांडे और दिनेश अरोड़ा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी हैं। ये सभी लोग शराब के लाइसेंश धारकों से पैसे लेते थे और इन पैसों को पुलिस अफसरों तक पहुंचाते थे। अभी इस मामले में जांच एजेंसी विभिन्न एंगल से जांच कर रही है।

दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की शराब नीति में गड़बड़ी की शिकायत पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद सीबीआई जल्द ही एक्शन में आ गई थी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत कई लोगों को आरोपी बनाया गया और ताबड़तोड़ छापेमारी की गई थी। शराब घोटाले को लेकर भारतीय जनता पार्टी भी दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है। सीबीआई मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ कर चुकी है। हालांकि, मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के लगभग सभी बड़े नेता आबकारी नीति में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार करते रहे हैं।