हरियाणा स्वच्छ सर्वेक्षण में रेटिंग का सुधार, स्वच्छ भारत अभियान के तहत साफ-सफाई के अलावा पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं के सदस्य लगातार अभियान चलाते रहते हैं। प्रत्येक वर्ष पालीथीन पर रोक के लिए हल्ला मचता है और फिर शांत हो जाता है। इस बार फिर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले प्लास्टिक के झंडों से लेकर ईयरबरड, चम्मच, कप, प्लेट आदि सामान के प्रयोग पर रोक लगा दी है। इसके अलावा सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग के साथ उत्पादन-भंडारण तथा वितरण पर भी रोक लगाई गई है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण विभाग के आदेश पर जिला उपायुक्त की ओर से सभी विभागों को विशेष कदम उठाने के लिए कहा गया है।

अनेकों प्रयासों के बावजूद बाजार पर कोई फर्क नहीं

इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि जिला प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा नगर निगम, नगरपालिका, प्रदूषण विभाग की ओर से प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक की कार्रवाई न की जाती हो लेकिन बाजार में पालीथीन का प्रयोग धड़ल्ले से होता देखा जा सकता है। पर्यावरण प्रेमी सुभाष शर्मा ने बताया कि छह प्रकार की सब्जी लेने पर दुकानदार आपके हाथ में छह पालीथीन पकड़ा देगा और चार साल में ऐसा कभी नहीं दिखा जिस दिन दुकानदार ने कहा हो कि सब्जी अपने थैले में लेकर जाओ। अधिकारियों की उदासीनता और कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण बाजार में बड़ी और छोटी दुकानों पर पालीथीन का प्रयोग बेरोक किया जाता है।